हँसोड जोगीरा

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हँसोड जोगीरा

जोगीरा सारा रा रा रा।।

आइल होली मन बउराइल
काका पिअलन भंग
कुर्ता धोती तार तार बा
नाचसु नंग धड़ंग
जोगीरा सारा रा रा रा।।

काकी गइली पुआ लेके
काका कइलनि तंग।
मुंगर लेके परली काकी
टूटल अंग अलंग।।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

भइयाजी ससुरारी गइलन
खेले खातिर फाग।
साला उनके रम पिअइलसि
उलटा भइल दिमाग।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

भउजी गइली काजू लेके
भइया गाठसु रंग।
दिहली जब ऊ दू पटकनिया
मेंटल सजी बतंग।
जोगीरा सारा रा रा रा

साली गइली होरी खेले
जीजा के आवास।
भंग चढ़ाके जीजाजी
अइलें साली के पास।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

जानू सोनम डर्लिंग डीयर
कइलें ऊ बकवास।
साली बोली सारा रा रा
जीजाजी बदहास।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

होलरी जरल फगुआ आइल
अब हो गइल सुभोर।
लहुरी भउजी चूल्हा लग्गे
घोरत रहली लोर।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

देवरा औचक आइ के
रंगलसि पोरे पोर।
भउजी कइली हल्ला गुल्ला
ढ़ुकल घरे में चोर।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

‘अमरेन्द्र’ प फगुआ चढ़ल
गइलन ऊ कतरास।
सरहज के सिंगार देखि के
बनि गइलन देवदास।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

बोल जोगीरा ठुमका मारसु
करे लगलनि रास।
बीबी उनके बेलना ले के
दिहली मुँह में ठास।
जोगीरा सारा रा रा रा।।

अमरेंद्र कुमार सिंह,
आरा, भोजपुर, बिहार।