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मदिरा सवैया छंद ( भोजपुरी )
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जीवन बीतत जात पिया, असरा लिहले मनवाँ तरसे ।
भीजत बा अरमान सभे, बदरा बनिके अँखिया बरसे ।
धूमिल रंग हमार भयो, सब तेज गयो लिलरा...