Tag: पं. शिवप्रकाश जौनपुरी के कुल्हिये रचना पढ़े खातिर क्लिक करीं

बिछी देशवा में हमरे बिसात बा।देशवा बिलात बा ना।

बिछी देशवा में हमरे बिसात बा।देशवा बिलात बा ना।।-२ सत्ता के लिए जुगाड़,करते देश का कबाड़। करते देश का कबाड़-२ रोज रोज इहाँ होत खुरापात बा।। देशवा ---------- जाति...

मदिरा सवैया छंद ( भोजपुरी )

जीवन बीतत जात पिया, असरा लिहले मनवाँ तरसे । भीजत बा अरमान सभे, बदरा बनिके अँखिया बरसे । धूमिल रंग हमार भयो, सब तेज गयो लिलरा...

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भोजपुरी कविता