Tag: कवि हृदयानंद बिशाल जी के कुल्हिये रचना पढ़े खातिर क्लिक करी
कंजुस होखे त अइसन ना त ना होखे
एक समय कंजुसी मे
मशहूर महोदय मुल्ला जी
दोसरा के रस पी जईंहें पर
आपन ना दिहें गुल्ला जी
एक बार कुछ लोग पधरले
मुल्ला जी के दुवारे
घर छोड़...