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बिछी देशवा में हमरे बिसात बा।देशवा बिलात बा ना।
बिछी देशवा में हमरे बिसात बा।देशवा बिलात बा ना।।-२
सत्ता के लिए जुगाड़,करते देश का कबाड़।
करते देश का कबाड़-२
रोज रोज इहाँ होत खुरापात बा।।
देशवा ----------
जाति...