तुलसी के राम लिखीं
चाहे कबीरा के गान लिखीं
सूर के श्याम लिखीं,
बुद्ध के ज्ञान लिखीं
चाहे महावीर के नाम लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
आरा,बलियां, छपरा चाहे सिवान लिखीं
धरती चाहे असमान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
कुंवर सिंह के ललकार लिखीं
मंगल पांडे के यलगार लिखीं
चित्तु पांडे के नाम लिखीं
चाहे अब्दुल हमीद महान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
अरेराज महादेव लिखीं
चाहे गौतमस्थान लिखीं
मेंहदार के महेंद्रानाथ लिखीं
चाहे काशी विश्वनाथ लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
आमी भवानी लिखीं,
चाहे मइहर महारानी लिखीं
आइरन माई लिखीं
चाहे थावे के कहानी लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
गंगा के धार लिखीं,
सरयू के किनार लिखीं
चाहे गंडक आ कोसी के दहार लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
सोनपुर के रेला लिखीं
बनियापुर के खेला लिखीं
चाहे ददरी के मेला लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
मुसहरी के पेड़ा लिखीं
बनियापुर के मीठा के जलेबी लिखीं
बनारस के पान लिखीं
चाहे कुशीनगर के धान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
भिखारी के नाच लिखीं
महेंद्र के पूर्वी लिखीं
अंजन के गान लिखीं
चाहे बिस्मिल्लाह के शहनाई के तान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
गीता लिखीं कुरान लिखीं
चाहे संविधान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
मान लिखीं सनमान लिखीं
आपन गुमान लिखीं
नया लिखीं चाहे
इतिहास पुरान लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
आखर लिखीं पुरूआ लिखीं
जोगीरा लिखीं या भोजपुरी पंचायत लिखीं
चाहे सिरिजन के बात लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं।
माई लिखीं भाई लिखीं
घर लिखीं दुवार लिखीं
चाहे जय भोजपुरिया परिवार लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
तुक लिखीं तुकांत लिखीं
बिजुरी अस लवकत लवकांत लिखीं
तारक लिखीं मारक लिखीं
चाहे दर्द निवारक
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखीं ।
पांडे लिखीं ओझा लिखीं
चाहे ठेठबिहारी लिखीं
कुछु लिखीं बाकिर भोजपुरी लिखी।
राम प्रकाश तिवारी’ठेठबिहारी’